Chhattisgarh ki Urja Nagari: यहां स्थित है एशिया का सबसे बड़ा कोयला खदान, पढ़िए ऊर्जा नगरी कोरबा का विस्तृत विवरण | Chhattisgarh's Energy City: Asia's largest coal mine is located here, read the detailed description of the energy city Korba.

10/2/2025, 11:06:45 AM
Chhattisgarh ki Urja Nagari: छत्तीसगढ़ को भारत की ऊर्जा राजधानी के रूप में जाना जाता है। यह सम्मान छत्तीसगढ़ को इसकी ऊर्जा नगरी कोरबा की वजह से प्राप्त हुआ। छत्तीसगढ़ पूरे देश के लिए बिजली उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र है। यहाँ विशाल कोयला भंडार, थर्मल पावर प्लांट्स और उभरती नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएँ इसे एक विशेष स्थान प्रदान करती हैं। कोरबा शहर, छत्तीसगढ के आर्थिक और औद्योगिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। पर्यटन की दृष्टि से भी कोरबा अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है। कोरबा का परिचय कोरबा छत्तीसगढ़ के उत्तरी भाग में स्थित है, जिसे 1998 में जिला का दर्जा दिया गया। यह जिला राज्य की राजधानी रायपुर से लगभग 200 किलोमीटर दूर स्थित है। इसकी भौगोलिक स्थिति इसे ऊर्जा उत्पादन के लिए आदर्श बनाती है, क्योंकि यहाँ कोयला खनन के लिए सात प्रमुख कोलफील्ड्स मौजूद हैं। यहां गोंड और बैगा जैसे आदिवासी समुदायों का महत्वपूर्ण योगदान है। कोरबा का नाम यहाँ की कोरवा जनजाति से लिया गया है, जो इस क्षेत्र की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। कोरबा जिले में स्थापित ऊर्जा उत्पादन केंद्र कोरबा अपने औद्योगिक क्षेत्र के साथ-साथ आध्यात्मिक क्षेत्र के लिए भी प्रसिद्ध है यहां पाली के शिव मंदिर, रामायणकालीन स्थल और अन्य गुफाएं हैं जो कोरबा की ओर पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करती है। ब्रिटिश काल में कोरबा में कोयला खनन की शुरुआत हुई, जिसने इस क्षेत्र को औद्योगिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बनाया। स्वतंत्रता के बाद, विशेष रूप से 1960 के दशक में नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC) ने यहाँ अपनी पहली थर्मल पावर यूनिट स्थापित की, जिसने कोरबा को ऊर्जा नगरी के रूप में स्थापित किया। कोरबा को ऊर्जा नगरी का दर्जा इसके विशाल कोयला भंडारों और बिजली उत्पादन की क्षमता के कारण मिला है। यहाँ के सात कोलफील्ड्स, जिन्हें साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) संचालित करता है। यहां प्रतिवर्ष लगभग 50 मिलियन टन कोयला का उत्पादन होता हैं, जो भारत के कुल कोयला उत्पादन का लगभग 10% है। कोरबा में स्थित NTPC का सुपर थर्मल पावर प्लांट 2,600 मेगावाट बिजली उत्पादन करता है, जो देश के सबसे बड़े और पुराने पावर प्लांट्स में से एक है। इसके अलावा, कोरबा वेस्ट थर्मल पावर प्लांट (1,800 मेगावाट) और हसदेव बांगो जलविद्युत परियोजना (120 मेगावाट) भी महत्वपूर्ण हैं। छत्तीसगढ़ की जीडीपी में कोरबा का योगदान कोरबा छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण योगदान देता है, जो राज्य की जीडीपी का 15-20% हिस्सा प्रदान करता है। यहाँ ऊर्जा और खनन क्षेत्र में हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध हैं। कोरबा में BALCO जैसे एल्युमिनियम स्मेल्टिंग प्लांट और सीमेंट उद्योग भी मौजूद हैं, जो आर्थिक विकास को और बढ़ावा देते हैं। छत्तीसगढ़ सरकार का लक्ष्य 2047 तक हरित ऊर्जा में आत्मनिर्भरता हासिल करना है और कोरबा इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।