WeWork India IPO: 3 अक्टूबर को शेयर बाजार में धमाल मचाएगा वीवर्क इंडिया का आईपीओ, एंकर निवेशकों से जुटाए 1,348 करोड़ रुपये

10/2/2025, 9:50:53 AM
WeWork India IPO: को-वर्किंग स्पेस मुहैया कराने वाली कंपनी वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट लिमिटेड ने अपने बहुप्रतीक्षित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) शेयर बाजार में धमाल मचाने को तैयार है. इसका आईपीओ 3 अक्टूबर 2025 को शेयर बाजार में पेश किया जाएगा, लेकिन इससे पहले इस आईपीओ ने एंकर निवेशकों से कुल 1,348.26 करोड़ रुपये जुटाए, जिसमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के निवेशकों की मजबूत भागीदारी देखने को मिली. कंपनी ने 648 रुपये प्रति शेयर के भाव पर कुल 2,08,06,548 शेयर 67 फंडों को आवंटित किए. बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) की वेबसाइट पर बुधवार देर रात जारी सर्कुलर के अनुसार, इस एंकर बुक में देश की दिग्गज म्यूचुअल फंड कंपनियों की सक्रिय मौजूदगी रही. इसमें आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएफ, एचडीएफसी एमएफ, मोतीलाल ओसवाल एमएफ, आदित्य बिड़ला सन लाइफ एमएफ, एक्सिस एमएफ, केनरा-रोबेको एमएफ जैसे नाम शामिल हैं. इसके अलावा, बीमा क्षेत्र से भी बड़े निवेशकों ने दिलचस्पी दिखाई. केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस, कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस और बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस जैसी कंपनियों ने भी इसमें निवेश किया. घरेलू निवेशकों के अलावा, इस इश्यू में विदेशी निवेशकों की भी उल्लेखनीय दिलचस्पी रही. गोल्डमैन सैक्स फंड, अल मेहवार कमर्शियल इन्वेस्टमेंट्स एलएलसी (वांडा) और एलियांज ग्लोबल इन्वेस्टर्स जैसे वैश्विक निवेशकों ने वीवर्क इंडिया पर भरोसा जताया है. वीवर्क इंडिया ने अपने 3,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए 615 से 648 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है. आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 3 अक्टूबर 2025 को खुलेगा. निवेशक इसमें 7 अक्टूबर 2025 तक आवेदन कर सकेंगे. 8 अक्टूबर 2025 को शेयरों का अलॉटमेंट तय होगा. 10 अक्टूबर 2025 को कंपनी की लिस्टिंग बीएसई और एनएसई पर होगी. वीवर्क इंडिया लिमिटेड का आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिए बाजार में पेश किया जाएगा. इसमें कुल 4.63 करोड़ शेयर बाजार में पेश किए जाएंगे. प्रवर्तक समूह की इकाई एम्बेसी बिल्डकॉन एलएलपी और निवेशक 1 एरियल वे टेनेंट लिमिटेड (वीवर्क ग्लोबल का हिस्सा) अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे. वर्तमान में, एम्बेसी समूह के पास वीवर्क इंडिया में 76.21% हिस्सेदारी है, जबकि वीवर्क ग्लोबल के पास 23.45% हिस्सेदारी है. साल 2016 में स्थापित वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट लिमिटेड आज देश की प्रमुख फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस ऑपरेटर कंपनियों में गिनी जाती है. यह संगठन अपने ग्राहकों को आधुनिक और लचीले कार्यस्थल उपलब्ध कराता है, जिनमें कस्टम-डिजाइन बिल्डिंग्स, पूरे फ्लोर और ऑफिस, एंटरप्राइज ऑफिस सुइट्स, मैनेज्ड ऑफिस, प्राइवेट ऑफिस, को-वर्किंग स्पेस, हाइब्रिड डिजिटल सॉल्यूशंस और देशभर में मौजूदगी और क्षमता शामिल हैं. 30 जून 2025 तक वीवर्क इंडिया की मौजूदगी देश के 8 बड़े शहरों में 68 ऑपरेशनल सेंटरों में थी. इन सेंटरों में कुल 1,14,077 डेस्क की क्षमता उपलब्ध थी. इस दौरान कंपनी की नेट मेंबरशिप फीस में सबसे अधिक योगदान बेंगलुरु और मुंबई से आया. वीवर्क इंडिया के पास कई बड़े राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ग्राहक हैं. इनमें अमेजन वेब सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, जेपी मॉर्गन सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, डिस्कवरी कम्युनिकेशंस इंडिया, डॉयचे टेलीकॉम डिजिटल लैब्स प्राइवेट लिमिटेड, सीबीए सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और ग्रांट थॉर्नटन भारत एलएलपी शामिल हैं. 30 जून 2025 तक कंपनी के साथ कुल 583 कर्मचारी काम कर रहे थे. इसे भी पढ़ें: कटौती के दम पर सरकार बम-बम, सितंबर में जीएसटी कलेक्शन 1.89 लाख करोड़ वीवर्क इंडिया का आईपीओ उन निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर माना जा रहा है, जो भारत में तेजी से बढ़ रहे फ्लेक्सिबल और को-वर्किंग स्पेस सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं. कंपनी के मजबूत ग्राहक आधार, व्यापक ऑपरेशनल नेटवर्क और घरेलू-वैश्विक निवेशकों से मिले भरोसे ने इसके आईपीओ को बाजार में पहले ही सफल बना दिया है. इसे भी पढ़ें: बापू का नीलहा आंदोलन बना आजादी का आधार, शास्त्री जी की हरित क्रांति बनी भारत की आर्थिक ताकत Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.